O Level Computer Course in HINDI : ओ लेवल कोर्स क्या है?, फीस, सिलेबस, योग्यता, फायदे, नौकरी के अवसर!

O Level Course! आपने किसी से इसके बारे में जरूर सुना होगा तभी आप यहाँ पर आये है। कहने को तो ओ लेवल एक कंप्यूटर कोर्स होता है लेकिन ये क्यों इतना ज्यादा लोकप्रिय है, तथा हमें इस कोर्स को क्यों करना चाहिए? ऐसे बहुत से प्रश्न आपके दिमाग में होंगे। आज हम आपको ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स के बारे में इतने विस्तार से जानकारी देंगे की आपको किसी अन्य वेबसाइट पर जाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। जैसे- ओ लेवल की फीस कितनी होती है, इस कोर्स को काम फीस में कहाँ से करें, ओ लेवल कोर्स में क्या-क्या सिखाया जाता है, पेपर का पैटर्न कैसा होता है, ओ लेवल कोर्स के क्या फायदे है तथा इस ओ लेवल कोर्स को कौन-कौन कर सकता है। ये सब आपको बताएंगे साथ में समझायेंगे भी!

ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स क्या है?

ओ लेवल एक प्रकार का बेसिक से एडवांस लेवल का कंप्यूटर कोर्स है। आपको तो पता ही है वर्तमान में हमारे ज्यादातर कार्य कंप्यूटर द्वारा किये जाते है। इस कोर्स को NIELIT (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) द्वारा करवाया जाता है जो की केंद्र सरकार के अंतर्गत आती है। केंद्र सरकार के अंतर्गत आने के कारण इस कोर्स को बहुत सारी सरकारी नौकरीओं के लिए आवश्यक किया गया है। इस कोर्स में आप मुख्य रूप से कंप्यूटर का बेसिक (ऑफिस ऑटोमेशन), वेब डिजाइनिंग & पब्लिशिंग, IOT (इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स) तथा पायथन भाषा में प्रोग्रामिंग करना सीखेंगे।

ओ लेवल का फुल फॉर्म क्या है?

ओ लेवल का पूरा नाम या O Level Ka Full Form “साधारण स्तर (Ordinary level)” होता है।

ओ लेवल कोर्स क्यों करना चाहिए? (ओ लेवल कोर्स के फायदे)

ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स आपको क्यों करना चाहिए?, कारण तो इसके पीछे बहुत सारे हैं जो हम नीचे यहां पर आपको बताने वाले हैं। लेकिन यह कोर्स आपकी कमाई का भी एक माध्यम बन सकता है तो पांचवे पॉइंट को पढ़ना भूलकर भी मत भूलना –

  1. इस कोर्स को करने के बाद आप पूरे भारत में आने वाली सभी सरकारी नौकरियों की भर्ती में कंप्यूटर कोर्स के सर्टिफिकेट की के स्थान पर ओ लेवल के सर्टिफिकेट का इस्तेमाल कर सकते है, ओ लेवल कोर्स करवाने वाले संस्था केंद्र सरकार के अंतर्गत आती है तो केंद्र सरकार की भी सभी सरकारी भर्तियों में यह सर्टिफिकेट मान्य हैं।
  2. बहुत सारी सरकारी भर्तियां ऐसी भी आती हैं जिनमें केवल ओ लेवल के सर्टिफिकेट को ही मान्यता दी जाती है, इसलिए भी आपको इस कोर्स को करना चाहिए।
  3. अगर आप वर्तमान में प्राइवेट सेक्टर में भी कंप्यूटर से संबंधित किसी नौकरी के लिए आवेदन करते हैं तो वहां पर भी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट को ही मांगा जाता है।
  4. ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स को करने के बाद आप कंप्यूटर में बहुत अच्छे बन जाते हैं। आपको कंप्यूटर की बहुत सारी जानकारी होने के कारण आप खुद भी फ्रीलांसर के तौर पर काम कर सकते हैं। जैसे कि वर्ड प्रोसेसिंग प्रोग्राम में राइटिंग करना, पाइथन प्रोग्रामिंग भाषा में आने वाली समस्याओं का समाधान निकालना, वेबसाइट तैयार करना। अगर आप इनमें से किसी भी एक काम में माहिर हो जाते हैं तो आप फ्रीलांसिंग के द्वारा घर बैठे पैसा कमा सकते है।
  5. अगर आप को पढ़ाना अच्छा लगता है तो यह कोर्स आपका एक रोजगार का माध्यम भी बन सकता है। इस ओ लेवल कोर्स को करने के बाद आप अपना ऑफलाइन इंस्टिट्यूट खोल सकते हैं या फिर आप ऑनलाइन भी विद्यार्थियों को यह कोर्स करवा सकते हैं। वर्तमान में यूट्यूब, वेबसाइट, मोबाइल एप्लीकेशन इत्यादि के द्वारा बहुत सारे अध्यापक यह कोर्स करवा रहे हैं। (ज्यादा दूर जाने की आवश्यकता ही नहीं, आप हमें ही देख लीजिए हम भी तो आपको इस कोर्स के बारे में समझा रहे हैं।)

ओ लेवल कोर्स के लिए योग्यता

ओ लेवल कोर्स करने के लिए दो प्रकार की योग्यता होती है-

  1. अगर ओ लेवल कोर्स ऑफलाइन इंस्टिट्यूट से कर रहे है तो बारहवीं पास या फिर आईटीआई की होनी चाहिए।
  2. अगर आप डायरेक्ट ऑनलाइन माध्यम से कर रहे है तो फिर, बारहवीं पास + एक वर्ष का शिक्षक अनुभव आपके पास होना चाहिए। अन्यथा आप ओ लेवल को स्नातक की पढ़ाई (graduation) के बाद ही कर पाएंगे (ग्रेजुएशन कोई भी जैसे BA, BCA, BSC सब चलेगा!)।

ओ लेवल कोर्स की फीस / ओ लेवल करने में कितना पैसा लगता है?

ओ लेवल कोर्स की फीस इस बात पर निर्भर करती है कि आप इस कंप्यूटर कोर्स को ऑनलाइन माध्यम से डायरेक्ट कर रहे हैं या फिर अपने नजदीकी किसी ऑफलाइन इंस्टिट्यूट से।

आइए हम दोनों माध्यम से देखते हैं हमारी कितनी फीस लगेगी-

ऑफलाइन इंस्टिट्यूट:

आप ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स को ऑफलाइन इंस्टिट्यूट के माध्यम से करते हैं तो लगभग ₹15000 तक आपसे चार पेपर की फीस ली जाएगी। लेकिन यहां तक सीमित नहीं है एडमिशन फीस तथा 2 से 3 हजार रुपये प्रोजेक्ट फीस के नाम पर आपसे और ज्यादा रूपये लिए जायेंगे। इस प्रकार से कुल मिलकर आपसे 20 से 25 हजार रूपये तक लिए जायेंगे।

ऑनलाइन माध्यम:

अगर आप ऑनलाइन माध्यम से ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स को करते हैं तो आपकी फीस ऑफलाइन माध्यम से बहुत ज्यादा कम लगेगी। ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स रजिस्ट्रेशन फीस 500/- रूपये होती है जो की ऑनलाइन माध्यम से आपको NIELIT को देना होगा। तथा प्रत्येक पेपर के लिए आपसे ₹1000 रुपए NIELIT के द्वारा लिए जाएंगे। तो इस प्रकार से केवल ₹4500 में आप ओ लेवल की परीक्षा दे सकते हैं। ऑनलाइन माध्यम से अगर प्रोजेक्ट सबमिट करेंगे तो केवल 100 रूपये फीस होती है।

ओ लेवल कोर्स को ऑफलाइन इंस्टिट्यूट से करने और डायरेक्ट ऑनलाइन करने के अपने-अपने फायदे और नुकसान है। आप इस सम्पूर्ण आर्टिकल को अंत तक पढ़िए आपको पता चल जायेगा।

आइए ऑफलाइन इंस्टीट्यूट से ओ लेवल कोर्स करने तथा डायरेक्ट ऑनलाइन करने के क्या-क्या फायदे और क्या-क्या नुकसान हैं, सभी को एक टेबल के माध्यम से समझते हैं-

ऑफलाइन इंस्टीट्यूटडायरेक्ट ऑनलाइन
फीस ज्यादा है!फीस 4 गुना कम है!
केवल फीस देनी है फॉर्म अपने आप भरे जायेंगे, समय पर सुचना मिलती रहेगी।सब कुछ खुद को करना होगा- फॉर्म भरना, पेपर की तैयारी, सुचना का ध्यान, सब कुछ!
योग्यता- बारहवीं पास या आईटीआई।स्नातक की पढ़ाई (graduation) के बाद ही कर पाएंगे।
आपसे कुछ बातें छुपाई जा सकती है।आपको खुद से सब मालूम होगा।

ओ लेवल कोर्स कितने महीने / साल का होता है? (कोर्स की अवधि)

वैसे तो एक बार रजिस्ट्रेशन करने के बाद इस कोर्स को आप 5 साल तक की अवधि में कभी भी कर सकते हैं। लेकिन एक साल में दो बार परीक्षा होती है और कुल 4 मॉड्यूल होते हैं, इसमें आप चारों मॉड्यूल के पेपर एक साथ भी दे सकते हैं और अलग-अलग भी दे सकते हैं-

  • अगर आप चारों मॉड्यूल के पेपर एक साथ देते हैं तो केवल 6 माह में आप ओ लेवल परीक्षा को पास करके अपना सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं।
  • यदि किसी विद्यार्थी को तैयारी करने का समय नहीं मिलता है तो वह 5 सालों में कभी भी एक-एक करके भी अपना ओ लेवल पेपर दे सकता है।

5 साल तक की अवधि एक बहुत ही अच्छा कदम है NIELIT के द्वारा, क्योंकि इस तरह के कंप्यूटर कोर्स के साथ-साथ विद्यार्थी अन्य पढ़ाई भी कर रहे होते हैं तो उनको थोड़ा-थोड़ा समय निकाल कर इस ओ लेवल परीक्षा को देने का बहुत ही अच्छा मौका मिलता है।

ओ लेवल कोर्स का सिलेबस / ओ लेवल कोर्स में क्या क्या सिखाया जाता है?

ओ लेवल कोर्स में कुल 4 मॉड्यूल होते है जिनको M1-R5, M2-R5, M3-R5 तथा M4-R5 के रूप में जाना जाता है। यहां M का मतलब मॉड्यूल है तथा R5 का मतलब है की ओ लेवल का सिलेबस में 5 बार बदलाव किया जा चूका है।

नोट: यहां नीचे आपको केवल सभी मॉड्यूल का परिचय और उनमें कौन-कौनसे यूनिट है, के बारे में जानकारी दी गई है। अगर आपको सभी मॉड्यूल के सिलेबस में आपको ये भी जानना है की कौन से टॉपिक कितने नंबर के है तो आप हमारे द्वारा लिखे गए उस आर्टिकल को पढ़ियेगा जिसमें हमने सम्पूर्ण ओ लेवल सिलेबस को अलग से समझाया है। (उस आर्टिकल का लिंक नीचे सिलेबस सेक्शन के अंतिम में दिया गया है।)

M1-R5.1 Syllabus:

M1-R5 को एक छात्र को पेशेवर के साथ-साथ दिन-प्रतिदिन के उपयोग के लिए कंप्यूटर का उपयोग करने के लिए तैयार किया गया है। यह सैद्धांतिक पृष्ठभूमि के साथ-साथ सॉफ्टवेयर/पैकेजों का गहन ज्ञान प्रदान करता है।

  1. Introduction to Computer
  2. Introduction to Operating System
  3. Word Processing
  4. Spreadsheet
  5. Presentation
  6. Introduction to Internet and WWW
  7. E-mail, Social Networking and e-Governance Services
  8. Digital Financial Tools and Applications
  9. Overview of Future Skills & Cyber Security

M2-R5.1 Syllabus:

M2-R5 को वेब डिजाइनिंग शुरू करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, इस क्षेत्र में वर्तमान में छात्रों के ज्ञान के बावजूद। व्यवसाय, आजकल, वेब आधारित अनुप्रयोगों पर बहुत अधिक निर्भर हैं। इस मॉड्यूल का उद्देश्य छात्रों को वेब साइटों के लेआउट डिजाइन करने में कौशल प्रदान करना है। इस मॉड्यूल के अंत तक, छात्र वर्ल्ड वाइड वेब की संरचना और कार्यक्षमता का वर्णन करने में सक्षम होंगे, HTML, CSS और JavaScript और Angular JS के संयोजन का उपयोग करके वेब पेज बना सकेंगे। छात्र यह भी सीखेंगे कि वेब साइट में मल्टीमीडिया ऑब्जेक्ट्स को कैसे डिजाइन और एकीकृत किया जाता है। इसके अलावा, छात्र सीखेंगे कि वेब साइट्स कैसे प्रकाशित की जाती हैं।

  1. Introduction to Web Design
  2. Editors
  3. HTML Basics
  4. Cascading Style Sheets (CSS)
  5. CSS Framework
  6. JavaScript and Angular JS
  7. Photo Editor
  8. Web Publishing and Browsing

M3-R5.1 Syllabus:

पायथन उपयोग में आसान, शक्तिशाली और बहुमुखी प्रोग्रामिंग भाषा है, जो इसे डेवलपर्स के लिए एक बढ़िया विकल्प बनाती है। पायथन का व्यापक रूप से विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है जैसे रास्पबेरी पाई एप्लिकेशन बनाना, डेस्कटॉप एप्लिकेशन के लिए स्क्रिप्ट प्रोग्राम लिखना, सर्वर को कॉन्फ़िगर करना, मशीन लर्निंग और डेटा एनालिटिक्स एप्लिकेशन विकसित करना और वेब एप्लिकेशन विकसित करना।

  1. Introduction to Programming
  2. Algorithm and Flowcharts to solve problems
  3. Introduction to Python
  4. Operators, Expressions and Python Statements
  5. Sequence data types
  6. Functions
  7. File Processing
  8. Modules
  9. NumPy Basics

M4-R5.1 Syllabus:

M4-R5 को छात्रों को इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और इसके अनुप्रयोगों से जुड़ी दुनिया की मूल बातें समझने के लिए तैयार किया गया है। IoT मुख्य रूप से कनेक्टेड और स्मार्ट दुनिया को संदर्भित करता है जिसमें कुछ विशिष्ट पहचान के साथ भौतिक और आभासी वस्तुएँ होती हैं। IoT एप्लिकेशन औद्योगिक नियंत्रण, खुदरा, ऊर्जा, कृषि, आदि के डोमेन में फैले हुए हैं।

यह मॉड्यूल एक दूसरे से बात करने वाली चीजों की सूचित दुनिया बनाने, सेंसर और एक्ट्यूएटर्स को इंटरफेस करने के सैद्धांतिक और व्यावहारिक पहलुओं को प्रदान करता है। विभिन्न प्रकार के संचार मोड और मॉडल पर विस्तार से चर्चा की गई है। आईओटी प्रतिमान में एप्लिकेशन बनाने के लिए सॉफ्टवेयर और पैकेज का गहन ज्ञान प्रदान किया जाता है।

  1. Introduction to IoT – Applications/ Devices, Protocols and Communic ation Model
  2. Things and Connections
  3. Sensors, Actuators and Microcontrollers
  4. Building IoT Applications
  5. Security and Future of IoT Ecosystem
  6. Soft skills- Personality Development

अगर आपको ओ लेवल कोर्स के सिलेबस को बारीकी से समझना अथवा उसका पीडीएफ डाउनलोड करना है तो आपको क्लिक करना होगा! 👉 यहां ओ लेवल सिलेबस पीडीऍफ़ के साथ!

ओ लेवल कोर्स का फॉर्म कैसे भरें?

ओ लेवल का फॉर्म भरने की बारे में अगर आपने सोच लिया है तो आपको बता दें कि इसके भी दो माध्यम होते हैं-

-ऑफलाइन इंस्टीट्यूट से ओ लेवल फॉर्म भरना:

अगर आप अपने नजदीकी ऑफलाइन इंस्टीट्यूट से ओ लेवल कोर्स को करना चाहते हैं तो आपको अपने बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने वाले दस्तावेज तथा आपकी फोटो, आपके हस्ताक्षर और फिंगर प्रिंट लेकर जाने होंगे। आपका इंस्टिट्यूट आपका फॉर्म अपने आप भर देगा।

-डायरेक्ट ऑनलाइन माध्यम से ओ लेवल फॉर्म भरना:

अगर कोई विद्यार्थी डायरेक्ट ऑनलाइन माध्यम से खुद ओ लेवल का फॉर्म भरने की इच्छा रखता है तो उसके लिए थोड़ी सी लंबी प्रक्रिया होती है, जिसे हमने विस्तार से समझाया है। इसके लिए आपको क्लिक करना होगा यहां! 👉 ओ लेवल कोर्स ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

ओ लेवल पेपर का पैटर्न कैसा होता है?

ओ लेवल परीक्षा में कुल 4 मॉड्यूल होते है जिनमें प्रत्येक मॉड्यूल की एक लिखित परीक्षा तथा एक व्यावहारिक (प्रैक्टिकल) परीक्षा होती है।

लिखित परीक्षा:

यह परीक्षा ऑनलाइन या ओएमआर शीट पर करवाई जाती है। इस परीक्षा के पेपर में मल्टीपल चॉइस प्रश्न पूछे जाते हैं तथा कुल प्रश्नों की संख्या 100 होती है (यह परीक्षा 100 अंक की होती है।) जिसमें उत्तीर्ण होने के लिए विद्यार्थी को मिनिमम 33% अंक प्राप्त करने अनिवार्य होते है। इस परीक्षा की अवधि 2 घंटे होती है, परन्तु पेपर करने का समय 90 मिनट्स ही होता है।

-व्यावहारिक (प्रैक्टिकल) परीक्षा:

ओ लेवल प्रैक्टिकल एग्जाम भी 100 अंक का होता है (Practical- 80 Marks & Viva- 20 Marks), इसे उत्तीर्ण करने के लिए भी विद्यार्थी को मिनिमम 33% अंक प्राप्त करने अनिवार्य होते है। इस परीक्षा की अवधि 3 घंटे होती है, परन्तु प्रैक्टिकल करने का समय 50 मिनट्स ही होता है।

अब एक बात ध्यान से सुनना “यहां 33% अंक मिनिमम मार्किंग है न की पासिंग मार्किंग” इस बात की उलझन को सुलझाने के लिए हमने एक अलग आर्टिकल लिखा है, जिसमें एग्जाम पैटर्न को बहुत ज्यादा गहराई से समझाया गया है। एग्जाम पैटर्न पढ़ने के लिए आपको क्लिक इधर करना है! 👉 ओ लेवल एग्जाम पैटर्न

-प्रोजेक्ट सबमिट करना:

ओ लेवल के 4 मॉड्यूल के पेपर में उत्तीर्ण होने के बाद में आपको प्रोजेक्ट सबमिट करना होता है। यह प्रोजेक्ट आप कम से कम 2 मॉड्यूल के पेपर देने के बाद भी सबमिट कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे अगर आप प्रोजेक्ट सबमिट नहीं करोगे तो आपको ओ लेवल का सर्टिफिकेट भी नहीं मिलेगा।

एक बात पर जरा गौर करो केवल प्रोजेक्ट सबमिट करने से कुछ नहीं होगा आपका प्रोजेक्ट स्वीकार भी कर लिया जाना चाहिए।

अगर आपको प्रोजेक्ट बनाने या इसे सबमिट करने में थोड़ा डर लग रहा है तो चिंता मत कीजिये हम है ना!

प्रोजेक्ट में किसी भी प्रकार का एक छूटा सा सॉफ्टवेयर आपको बनाना होता है। जैसे- कोई गेम का सॉफ्टवेयर, कोई मैनेजमेंट का सॉफ्टवेयर (हॉस्पिटल मैनेजमेंट, शॉप मैनेजमेंट) आदी।

प्रोजेक्ट बनाने से लेकर सबमिट करने के बारे में सम्पूर्ण जानकारी के लिए आपको क्लिक करना होगा इधर! 👉 ओ लेवल कोर्स का प्रोजेक्ट कैसे बनाये? | 👉 ओ लेवल कोर्स का प्रोजेक्ट कैसे सबमिट करें? (NOTE: यहां पर लिंक जल्दी लाइव हो जायेंगे।)

ओ लेवल कोर्स करने से पहले सावधान रहें!

एक शिक्षिका होने के नाते मैं यहां पर आपसे ओ लेवल संबंधी कुछ ऐसी बातें साझा करने वाली हूं जो आपको कोई और बिल्कुल भी नहीं बताएगा-

  1. ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स, सॉफ्टवेयर में भी होता है और हार्डवेयर में भी होता है।
    लेकिन जो सॉफ्टवेयर में होता है उसकी ज्यादा वैल्यू होती है। तो अगर आप किसी भी ऑफलाइन इंस्टीट्यूट से ओ लेवल का एडमिशन ले रहे हैं तो पहले यह जानकारी अवश्य प्राप्त कर लेवें की आपको हार्डवेयर में ओ लेवल करवाया जा रहा है या फिर सॉफ्टवेयर के अंदर। क्योंकि कभी-कभी ऑफलाइन इंस्टीट्यूट के पास सॉफ्टवेयर ओ लेवल की मान्यता नहीं होती तो वो आपसे बिना पूछे हार्डवेयर वाले ओ लेवल कोर्स में आपको प्रवेश दे देते है।
  2. कुछ विद्यार्थियों को एक छोटा सा संदेह रहता है कि अगर वह ऑफलाइन इंस्टीट्यूट से ओ लेवल कोर्स करेंगे तो उसके सर्टिफिकेट की मान्यता ज्यादा है तथा डायरेक्ट ऑनलाइन से ओ लेवल के सर्टिफिकेट की मान्यता कम है। आपको बता दें ऐसा कुछ भी नहीं है आप किसी भी माध्यम से ओ लेवल कोर्स को कर सकते हैं, दोनों माध्यम के द्वारा आपको जो सर्टिफिकेट मिलेगा उसकी सम्मान वैल्यू होगी।
  3. हमारी राय में ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स स्नातक की पढ़ाई के बाद ही करना चाहिए। क्योंकि इसके बाद आप डायरेक्ट ऑनलाइन माध्यम से कर पाएंगे और आपका होने वाला फालतू का खर्चा बच जायेगा।
  4. अगर किसी विद्यार्थी को ओ लेवल का सर्टिफिकेट जल्दी चाहिए तो ऑफलाइन इंस्टिट्यूट के माध्यम से करना उचित कदम होगा।
  5. अगर आप एक बार ओ लेवल का रजिस्ट्रेशन कर लेते है तो इसकी वैधता 5 वर्ष की होती है अर्थात एक बार रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद आपके पास ओ लेवल की परीक्षा देने के लिए 5 वर्ष का समय होता है।

ओ लेवल कोर्स के बाद नौकरी के अवसर!

ओ लेवल कोर्स को करने के बाद आप निम्न क्षेत्र में नौकरी के अवसर प्राप्त कर सकते है-

  • सरकारी भर्ती में इस कोर्स का सर्टिफिकेट मददगार होता है।
  • प्राइवेट इंस्टिट्यूट में आपको कंप्यूटर संबंधी जॉब मिल सकती है।
  • कोचिंग सेंटर्स में आप पढ़ा सकते है।
  • अन्य बहुत से ऐसे क्षेत्र है जहां पर आपको नौकरी मिल सकती है।

अगर आप यहां तक पहुंच ही गए हैं तो इसका मतलब यह है कि अब आपको ओ लेवल से संबंधित किसी भी प्रकार का संदेह नहीं है।

अगर आपको लगता है अगर आपका कोई ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर इस आर्टिकल में आपको नहीं मिला है तो आप बेझिझक नीचे दिए गए टिप्पणी डिब्बे में टिप्पणी कीजिए, मैं आपको जरूर रिप्लाई करूंगी।

लेकिन! आप इस आर्टिकल को अपने किसी भी एक ऐसे दोस्त को जरूर शेयर करेंगे जो ओ लेवल कोर्स करने के बारे में सोच रहा है।

मैं ये तो बताना ही भूल गई🤭, हमने आपके लिए एक टेलीग्राम चैनल भी बनाया है जहां पर हम आपको ओ लेवल की लाइव अपडेट देते रहेंगे, तो उसे ज्वाइन करना बिल्कुल मत भूलना वैसे यहां पर टेलीग्राम चैनल का लिंक भी दिया है!👉 https://t.me/olevelstudyy

और हां! याद रखना “अगर करनी है ओ लेवल कोर्स की तैयारी तो ओ लेवल स्टडी डॉट कॉम (olevelstudy.com) है सबसे न्यारी!”😊✌️

error: Content is protected !!
Scroll to Top